Jul 23, 2009

साईं भक्ति में झूम उठा शालीमार गार्डन

04 जुलाई 2009 को साईं परिवार शालीमार गार्डन ने श्रीसाईं के आर्शीवाद और प्यार से शालीमार गार्डन, साहिबाबाद, गाजियाबाद में छठी श्रीसाईं भजन संध्या का आयोजन किया. दैनिक जागरण और साईंलीला टाईम्स की मीडिया पार्टनरशिप में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में श्रीसाईं का गुणगान साईं स्वर साधक श्री तरसेम राज कपूर और साईं सूफी गायक आमिर अकबर ने किया.
साईं परिवार द्वारा आयोजित इस विशाल साईं भजन संध्या में शिर्डी लोकसभा क्षेत्र से सांसद एवं श्रीसाईंबाबा संस्थान ट्रस्ट, शिर्डी के पूर्व कार्यकारी अधिकारी माननीय श्री भाऊसाहेब राजाराम वाकचौरे जी ने साईं परिवार को आर्शीवाद दिया और साईं भक्तो के बीच बैठकर ढाई घंटे तक श्रीसाईं भजनों का आनंद लिया. वाकचौरे जी ने उपस्थित साईं भक्तो के बीच साईं परिवार के लिए अपने आशिर्वचनो में साईं परिवार को श्रीसाईं सन्देश के प्रचार और साईं समाज की गरिमा को ऊचाइयो तक ले जाने का मार्ग दिखाया. श्री वाकचौरे जी के साथ साईबाबा की पावन भूमि से श्रीसाईं संगम समिति के अध्यक्ष श्रीसंदीप सोनावले, श्री बालू जी और श्री कुमार साहेब उपस्थित थे. श्रीसाईं संगम समिति के अध्यक्ष श्री संदीप सोनावले जी ने साईं परिवार शालीमार गार्डन को आश्वासन दिया की आने वाले समय में साईं परिवार को जिस प्रकार के भी मार्गदर्शन की आवश्यकता होगी संदीप जी और उनकी समिति के सभी सदस्य सदा उपस्थित रहेंगे.
श्रीसाईं के इस भव्य आयोजन में शामिल होने के लिए साईं महाकुम्भ ट्रस्ट, दिल्ली के श्री राहुल छाबडा जी, साईं जीवधारा दिल्ली के श्री अभय प्रताप जी, साईं आस नॉएडा से श्री आलोक मिश्रा जी, एवं साईलीला टाईम्स प्रकाशन समूह की निर्देशिका श्रीमती पूनम चांदना जी भी उपस्थित थी. श्री राहुल छाबडा जी ने साईं परिवार शालीमार गार्डन के इस आयोजन की सफलता पर बधाई दी और वचन लिया की श्रीसाईं के महान विचारो और संदेशो को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य सदा करते रहेंगे. श्री अभय प्रताप जी ने साईं परिवार को अपना आशीर्वाद दिया. श्री आलोक मिश्रा जी ने साईं परिवार को दान और दया के विषय में हमेशा नम्र बने रहने का आर्शीवाद दिया और श्रीमति पूनम चांदना जी ने साईं परिवार को सदा मागदर्शन देने का आश्वासन दिया. साईं परिवार की ओर से अध्यक्ष श्री आकाश शर्मा जी सभी उपस्थित गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद किया.
श्रीसाईं संध्या का शुभारंभ श्री तरसेम राज कपूर जी ने अपने मधुर स्वर में साईं रहम नज़र करना से किया. स्वर संधान में श्रीसाईं कृपा से महारत रखने वाले तरसेम जी भजनों की पावन गंगा को अपने भजनों नीली छतरी वाले साईं, ॐ जय साईराम, शिर्डी से होकर जो आये हवाए और जे तू बेलिया जैसे कर्णप्रिये भजनों से सजाते हुए पालकी के मनोहर दृश्य तक ले गए. श्रीसाईं के प्यार और अनुराग को तरसेम जी के भजनों ने भक्तो के ह्रदय में उतार दिया.
रात के करीब 9 बजे श्री तरसेम राज कपूर के बाद श्रीसाईं के गुणगान का बीडा उठाया सूफी गायक आमिर अकबर ने. आमिर की आवाज़ और तान ने शालीमार गार्डन के निवासियों को अपने घरो से निकल कर पंडाल में आने को मजबूर कर दिया. श्रीसाईं भजन संध्या में आये हुए साईं भक्तो ने आमिर की साईं क़व्वालियों का जमकर मज़ा लिया. पंडाल में मोजूद सभी लोग आमिर के एक-एक भजन पर तालिया बजा-बजा कर उनका साथ दे रहे थे. आमिर ने 'तेरी जय हो गणेशा' से शालीमार गार्डन के साईं भक्तो को अपना शुरूआती रंग दिखाया. इसके बाद बाबा के बहुत से दिल को छू लेने वाले रंगों से भक्तो को सराबोर करते हुए अपनी हालिया रिलीज़ कैसेट 'सिक्का साईं का' के भजन 'जो भी दीवाना है साईं का', 'धूम मची धूम' और अपने ही एल्बम सजदा इसको कहते हैं से सजदा सुनाकर सभी साईं भक्तो का मन मोह लिया. आमिर की आवाज़ की कशिश इतनी ज़बरदस्त थी की रात बारह बजे भी किसी साईं भक्त का मन वहां से उठने को नहीं कर रहा था. कानूनी बाधाओं को देखते हुए साईं परिवार के सदस्यों ने निर्णय किया की रात साढे बारह बजे साईं महाराज की आरती की जायेगी मगर भक्तो के प्यार और स्नेह को देखते हुए रात एक बजे श्रीसाईं की आरती की गयी और उपस्थित भक्तो ने बाबा की रसोई का स्वाद लिया.
साईं परिवार शालीमार गार्डन के अध्यक्ष श्री आकाश शर्मा का कहना था की "साईं का दिया हुआ ये मान मुबारक / परिवार के मित्रो का इन्तेजाम मुबारक / साईं महाराज की कृपा है ये सब / साईं संध्या के बाद की थकान मुबारक". साईं संध्या के इस थका देने वाले आयोजन के बाद भी साईं पारिवार शालीमार गार्डन के सभी सदस्य मुस्कुरा रहे थे और एक दुसरे को आयोजन की सफलता की बधाई दे रहे थे. साईं परिवार शालीमार गार्डन के सभी सदस्यों रतनलाल जी, भारत भूषण, अमित माथुर, आशुतोष वर्मा, साईराम नायर, रोमिल अग्रवाल, इंदु आनंद, सुधीर शर्मा, संजय चौहान, रमेश जी, पाण्डेय अंकल आदि ने उपस्थित साईं भक्त समुदाय और शालीमार गार्डन पुलिस चौकी के सभी सदस्यों का धन्यवाद किया और बाबा से प्रार्थना करी की बाबा अपनी कृपा और दया हम सब कर बनाय रखें.

Apr 9, 2009

DAS GANU’S SUB-INSPECTORSHIP

Baba to Das Ganu (then a constable): Ganu, you had better resign your police service?

Das Ganu: I will do so after becoming a sub-inspector (Fouzdar) and retaining the place for one year.

Baba: But you are not going to get it.

Ganu went without permission of his superiors to Nizam’sstates and when he was about to cross the river Godavari, to get back to his station, he found a number of envious constables on the opposition shore watching to note his return and reported against him. Then he took up a palmful ofGodavari water in hand and swore that if he escaped punishment at this time, he would give up his service. heturned back to the native state and found a robber gang dividing their booty. Arresting them and seizing the property he returned to his station and pleading the seizure as the excuse for leaving the station, not only escaped punishment but also got good grounds for promotion. So he did not resign. As he rode past Shirdi, hoping to avoid Baba, Baba was on the road.

Baba: Ganu, who is it that took the vow with a palmful ofGodavari water in hand?

Das Ganu: What harm is there? I am really going to resign after all.

Baba: Wa!. You will not listen to me while things are thus (smooth-running) .

Sometime later he got into trouble. A fine which was collected while he was in charge of the station and paid at the station was not sent up to Government, and his conviction and imprisonment seemed to be imminent. He vowed again he would leave the service if he escaped. He promised to resign at the inquiry. He escaped and left service.

Alok Misra

9811499921

Apr 6, 2009

अलोक मिश्र के स्वरों पर झूमे नॉएडावासी

एप्रिल 05, 2009, नोएडा : श्रीसाईं मंदिर, नया बांस, सेक्टर 15, नॉएडा में साईं आस के तत्वावधान में रामनवमी के पावन पर्व पर श्रीसाईं संध्या का आयोजन 'साईं आस' संस्था और समस्त सेक्टर 15 निवासियो के सहयोग से किया गया. श्रीसाईं संध्या में बाबा का गुणगान श्री अलोक मिश्र एवं अंजू सिंगला जी ने किया. इसी पावन अवसर पर दान की अपनी परंपरा का पालन करते हुए 'साईं आस' संस्था ने 'विकलांग साइकिल' का दान किया.श्रीसाईं मंदिर नया बांस में श्रीसाईं को विराजमान हुए एक वर्ष पूर्ण हो गया और बाबा की उपस्थति से क्षेत्र के सभी निवासियो में हर्ष और उत्साह का संचार हुआ है. दिल्ली मेट्रो के सेक्टर 15 स्टेशन के नज़दीक निरुलास के बिलकुल सामने स्थित मंदिर में धीरे-धीरे भक्तो की आस्था और विश्वास बढ़ता जा रहा है. "साईं आस के सभी सदस्यों का विश्वास है की यहाँ बाबा से प्रार्थना करने से वो अवश्य ही पूरी होती है." कहना है साईं आस संस्थापक सदस्य और अध्यक्ष श्री आलोक मिश्रा जी का. एप्रिल 05 2009 को श्री आलोक मिश्रा ने बाल कन्या से बाबा की ज्योत प्रज्वलित करवाकर श्रीसाईं संध्या का शुभारम्भ किया. श्रीसाईं गणेश की वंदना के बाद आलोक जी ने पहला भजन 'जो साईं नाम गुणगायेगा' आरम्भ किया और इसके साथ ही भक्तो की तालियों का साथ जो भजनों को मिलना तो शुरू हुआ तो धीरे-धीरे भजन प्रेमी साईं भक्तो ने नया बांस के इस छोटे से क्षेत्र को साईं भजनों से आंदोलित कर दिया. श्री आलोक मिश्रा का साथ दिया श्रीमती अंजू सिंगला जी ने. अंजूजी के भावपूर्ण और मधुर भजनों की वर्षा ने श्रीसाईं मंदिर के प्रांगण को साईं गंगा और श्रीमति अंजू सिंगला को साईंकृपा भागीरथी का सा रूप बना दिया. धीरे-धीरे भक्तो की फरमाइशो को पूरा करते हुए रात के 11 कब बज गए पता ही नहीं चला. श्रीसाईं जाप के बाद उपस्थित लगभग 1000 भक्तो ने बाबा की शेजारती की और अपने और अपने समाज के उत्थान की कामना करते हुए बाबा के भंडारे का प्रसाद प्राप्त किया. श्रीमती भावना भटनागर, प्रचार अधिकारी, साईं आस के अनुसार "साईं आस के सदस्यों की बाबा से प्रार्थना है की समाज के सभी वर्गों और लोगो में आपसी प्रेम और स्नेह का वातावरण पैदा करें. जय साईंराम". Youtube Video of this Sandhya: http://www.youtube.com/watch?v=vpDvU_F-AFM